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जीव या जीवात्मा....

आज पूरे एक वर्ष हो गए, मैंने नयी कविता लिखी. जीव व्  जीवात्मा इस विषय ने पिछले  कुछ  दिनों से मुझे काफी हैरान किया है. मेरी नयी कविता का शीर्षक भी यही है - जीव या जीवात्मा....